नरसिंहाष्टकम्-श्रीवादिकेसरिसुन्दरजामातृमुनि
श्री: श्रीमते रामानुजाय नमः ।। श्रीवादिकेसरिसुन्दरजामातृमुनिभिरनुगृहीतम् नरसिंहाष्टकम् ।। सुन्दरजामातृमुनेः प्रपद्ये चरणाम्बुजम्। संसारार्णवसंमग्नजन्तुसन्तारपोतकम्।। श्रीमदकलंक परिपूर्णशशिकोटि– श्रीधर मनोहरसटापटलकान्त। पालय कृपालय भवाम्बुधिनिमग्न दैत्यपरकाल नरसिंह नरसिंह।।१।। पादकमलावनतपातकिजनानां पातकदवानल पतत्रिवरकेतो।। भावनपरायण भवातिहरया मां पाहि कृपयेव नरसिंह नरसिंह।।२।। तुइगनखपङ्क्तिदलितासुरवरासृक्– पङ्कनवकुङ्कुमविपकिलमनोहर। पण्डितनिधान कमलालय नमस्ते पकनिषण्ण नरसिंह नरसिंह।। ३ ।। मोलिषु विभूषणमिवामरवराणां च शिरस्सु निगमानाम्। योगिहदयेषु राजदरविन्दरुचिरं पदयुगं ते धेहि मम मूर्ध्नि नरसिंह […]